गोरा-बादल Gora Badal Poem Lyrics by Pandit Narendra Mishra
Gora Badal Poem Lyrics by Pandit Narendra Mishra: यह कविता “गोरा-बादल” पंडित नरेंद्र मिश्र द्वारा लिखी गई एक वीरगाथा है जो मेवाड़ के बहादुर ...
“काव्यांकन” के ‘कविता संग्रह’ श्रेणी में, हिंदी साहित्य के प्रमुख कवियों की अमर रचनाओं का एक व्यापक संग्रह है। यह पेज उन पाठकों के लिए तैयार किया गया है जो हिंदी कविता की गहराई, भावुकता, और विविधता को समझना और अनुभव करना चाहते हैं।
यहाँ आपको रामधारी सिंह ‘दिनकर’, जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सुमित्रानंदन पंत, और अन्य प्रख्यात कवियों की रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी। कविताओं को उनकी भावनात्मक गहराई, सामाजिक चेतना और साहित्यिक महत्व के अनुसार वर्गीकृत किया गया है।
“कविता संग्रह” एक ऐसा स्थान है, जहां साहित्य प्रेमी समृद्ध हिंदी कविता का आनंद ले सकते हैं और इसे संरक्षित रखने के प्रयास में योगदान कर सकते हैं। इस पेज पर नियमित रूप से नई कविताएं जोड़ी जाती हैं, ताकि आप हर बार कुछ नया और प्रेरणादायक पढ़ सकें।
Gora Badal Poem Lyrics by Pandit Narendra Mishra: यह कविता “गोरा-बादल” पंडित नरेंद्र मिश्र द्वारा लिखी गई एक वीरगाथा है जो मेवाड़ के बहादुर ...
Rashmirathi Full Poem Lyrics by Ramdhari Singh ‘Dinkar’: “रश्मिरथी” रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित एक प्रसिद्ध खंड काव्य है। यह महाभारत के महान योद्धा ...
Haldighati Sarg 5 by Shyam Narayan Pandey: पिछले सर्ग में आपने पढ़ा कि अकबर देश के हिन्दू-मुसलमानों को प्रसन्न करने के लिए कैसे कूटनीत ...
Haldighati Sarg 4 by Shyam Narayan Pandey: पिछले सर्ग में आपने अकबर की भव्यता और उसके मेवाड़-विजय के चाह के बारे में पढ़ा। साथ ...
Haldighati Sarg 3 by Shyam Narayan Pandey: पिछले सर्ग में आपने अकबर के कृत्यों और स्त्री के प्रति उसके प्रेम-वर्णन के बारे में पढ़ा। ...
Haldighati Sarg 2 by Shyam Narayan Pandey: पिछले सर्ग में आपने पढ़ा की महाराणा और शक्तिसिंह जंगल में शिकार खेलने के लिए जाते हैं। ...
Haldighati Sarg 1 by Shyam Narayan Pandey: महाकवि श्याम नारायण पाण्डेय हल्दीघाटी का आरंभ महाराणा प्रताप की समाधि-स्थली वण्डोली से करते हैं। यही वह ...
Rashmirathi Krishna ki Chetavani by Ramdhari Singh ‘Dinkar’: कृष्ण की चेतावनी, रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी के प्रसिद्ध खण्डकाव्य रश्मिरथी का बहुत ही उत्कृष्ठ और ...
Rashmirathi Sarg 7 by Ramdhari Singh ‘Dinkar’: कौरव सेना के बड़े-बड़े स्तम्भ धराशायी हो गए। भीष्म पितामह शर-शैय्या पर लेट गए। द्रोणाचार्य धृष्टद्युम्न के ...
Rashmirathi Sarg 5 by Ramdhari Singh ‘Dinkar’: दुर्योधन ने कर्ण के सिर पर मुकुट तब रखा था जब उनको पहचानने वाला कोई नहीं था। ...